उत्तराखंड की नौकरशाही से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि शासन की वरिष्ठ अधिकारी के वीआरएस को स्वीकृति मिल गई है। राज्यपाल ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मनीषा पंवार के वीआरएस को मंजूरी दे दी है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों के कारण वीआरएस लेने की वजह बताई थी। जिसके बाद अब वीआरएस मंजूरी आदेश भी जारी कर दिए गए है।
मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार में वरिष्ठ आईएएस अफसर मनीषा पवार का वीआरएस मंजूर हो गया है। बताया जा रहा है कि मनीषा पंवार कई अहम जिम्मेदारी निभा चुकी है। वह हमेशा सुर्खियों में बनी रहती है। देहरादून 1990 बैच की वरिष्ठ आईएएस अफसर अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार ने स्वास्थ्य कारणों से वीआरएस मांगते हुए अब नौकरी न करने का निर्णय लिया था। कार्मिक महकमें से उनके पत्र को राज्यपाल सचिवालय भेजा गया था जहां से मंजूरी के बाद उनका स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का फैसला मंजूर हो गया है
बताया जा रहा है कि अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार बीते लंबे अरसे से बीमार चल रही है। उत्तराखंड की नौकरशाही में वरिष्ठता के क्रम में वो तीसरे नंबर पर आती है। उनका वीआरएस मंजूर हो गया है।इससे पहले उनके पति पूर्व आईएएस अधिकारी उमाकांत पंवार भी वीआरएस ले चुके हैं। कार्मिक एवं सतर्कता अनुभाग ने अखिल भारतीय सेवाएं (डेथ कम रिटायरमेंट रूल्स) 1958 के नियम 16(2) के तहत तीन माह की नोटिस अवधि से उन्हें राहत दे दी गई है।