लोकसभा चुनाव को देखते हुए उत्तराखंड में तैयारियां तेज हो गई है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने प्रदेश चुनाव समिति घोषित कर दी है। बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की अध्यक्षता में गठित 32 सदस्यीय समिति में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व गणेश गोदियाल भी सम्मिलित हैं। समिति में कुल 19 में से पांच विधायकों को ही जगह मिली है।
प्रदेश चुनाव समिति में उत्तराखंड से जुड़े कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रशासन गुरदीप सिंह सप्पल के साथ ही राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन, पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा भी सम्मिलित हैं। इन 28 सदस्यों के अतिरिक्त फ्रंटल संगठनों में प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, सेवा दल की मुख्य संगठक हेमा पुरोहित व एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी भी समिति के सदस्य रहेंगे।
पूर्व कैबिनेट मंत्रियों में नवप्रभात, हीरा सिंह बिष्ट, शूरवीर सिंह सजवाण व डा हरक सिंह रावत के साथ ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, विधायक ममता राकेश, राजेंद्र भंडारी व उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी भी समिति का हिस्सा हैं। इसके अतिरिक्त पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी, पौड़ी लोकसभा सीट से पूर्व प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी, वैभव वालिया, पूर्व प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरोजिनी कैंतुरा, गोदावरी थापली, अमरजीत सिंह, राजपाल बिष्ट व राजपाल खरोला को भी समिति में रखा गया है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटें हैं। हरिद्वार और नैनीताल लोकसभा क्षेत्र मैदानी, जबकि अन्य तीनों लोकसभा क्षेत्र पौड़ी, टिहरी एवं अल्मोड़ा पर्वतीय हैं। ऐसे में अधिकतर वरिष्ठ नेताओं को समिति में लाकर पार्टी ने गुटीय संतुलन साधने का प्रयास भी किया है। प्रदेश के चार फ्रंटल संगठनों के अध्यक्ष भी समिति के सदस्य होंगे।