तकनीकी शिक्षा  मंत्री ने किया इमरजिंग टैक्नोलाॅजी लैब, शौर्य दीवार व इंजिनियरिंग वर्कशॉप का लोकार्पण

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प्रौद्योगिकी संस्थान बौन, उत्तरकाशी में धूमधाम से मनाया गया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

वीर माधो सिंह भण्डारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विष्वविद्यालय (यू0टी0यू) के परिसर संस्थान आई0टी0 बौन उत्तरकाशी में आज नोबल पुरूस्कार प्राप्त भारतीय वैज्ञानिक डा0 सी0वी0 रमन के द्वारा की गई रमन प्रभाव की खोज के उपलक्ष्य में धूमधाम से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया।
समारोह बतौर मुख्य अतिथि तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने सर्वप्रथम संस्थान में टाॅपर छात्रों को साॅल से सम्मानित किया एवं छात्रों को सबोंधित करते हुये कहा कि छात्रों को तकनीकी क्षेत्र में हमेशा अग्रसर रहना चाहिये साथ ही उनके द्वारा छात्रों को कहा गया की छात्र खुली आखों से सपने देखे एवं उन सपनो को लक्ष्य बनाओं और उन्हे प्राप्त करना चाहियें। साथ ही तकनीकी ज्ञान का कभी अपने जीवन में दुरूपयोग न करें। माननीय तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री सुबोध उनियाल जी ने छात्रों को अपने संबोधन  में कहा कि हम सबको महान वैज्ञानिक डा0 सी0वी0 रमन के पदचिन्हों  पर चलकर आगे बढने की ललक अपने अंदर जगानी होगी। उनके द्वारा कहा गया कि भारतीय संविधान विश्व का अकेला ऐसा संविधान है जिसके अंदर वैज्ञानिक चिन्तन का समावेष किया गया है। देश  के नागरिक होने के नाते हम सभी को समाज के उत्थान के लिये अपनी भूमिका का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिये। साथ ही मंत्री महोदय ने संस्थान को छात्रावास के निर्माण करवाने का अस्वास्वन दिया।
विषिश्ट अतिथि के रूप में मा0 विधायक गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र श्री सुरेश  चैहान जी ने छात्र, छात्राओं केे आवगमन हेतु संस्थान को विधायक निधी से प्रौद्योगिकी संस्थान को एक बस दिये जाने की घोषणा  की ।
विश्वविध्यालय के कुलपति प्रो0 ओंकार सिंह ने अपने उधबोधन में कहा कि संस्थान द्वारा एक वर्ष में बहुत उन्नति की है एवं छात्रों हेतु पठन पाठन के लिये नवीन प्रयोगषालाओं को विकसित करने हेतु संस्थान को सराहा। साथ ही उनके द्वारा कहा गया कि भारत विश्व का एकमात्र ऐसा देश  है जिसमें युवा पीढी सर्वाधिक संख्या में है जोकि भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खडा करने में अपने ज्ञान के आधार पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
साथ ही उनके द्वारा कहा गया कि प्रौद्योगिकी संस्थान बौन उत्तरकाशी, जोकि सीमावर्ती जनपद के अन्तर्गत आता है, को प्रदेश में भविष्य का उत्कृष्ट इजीनियरिंग संस्थान बनाने का लक्ष्य विश्वविध्यालय द्वारा निर्धारित किया गया है।
संस्थान के निदेषक डा0 एच0 एस0 भदौरिया द्वारा द्वारा विगत 1.5 वर्षों में संस्थान में किये गये कार्यो तथा छात्रों के पठन पाठन कार्यो के बारे में अवगत करवाया।
कार्यक्रम में नजदीकी ग्राम प्रधान, ग्रामवासी, वन अधिकारी, पॉलिटेक्निक काॅलेज चिन्यालीसौड एवं उत्तरकाशी  के छात्र एवं शिक्षक उपस्थित रहे।

 

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