राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने उत्तराखंडी अस्मिता की रक्षा के लिए देहरादून में 24 दिसंबर को आयोजित मूल निवास स्वाभिमान महारैली का समर्थन किया है। राष्ट्र वादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा है कि राज्य में मूल निवास के स्थान पर स्थाई निवास की व्यवस्था किए जाने से स्थानीय लोगों के हितों पर कुठाराघात हुआ है।
उन्होंने कहा कि जब झारखंड की विधानसभा मे सन 1932 के खतियान के आधार पर मूल निवास लागू करने का विधेयक पास हो सकता तो उत्तराखंड मे सन 1950 से मूल निवास लागू किये जाने मे दिक्कत नही होनी चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि समूह ग तक की भर्तियॅ मे उत्तराखंड के मूल निवासियो के हित संरक्षित किए जाने चाहिए तथा स्थानीय बोली भाषा संस्कृति को भी परीक्षा पाठ्यक्रम मे जोड़ा जाना चाहिए।
उन्होने अपील की है कि सभी उत्तराखंडी अपने अस्तित्व की लड़ाई के लिए 24 दिसंबर को भूमि कानून, संविधान के विशेष प्रावधान वाले अनुच्छेद 371 और मूल निवास 1950 की मांग के लिए देहरादून पहुंचे।