उत्तराखंड के आईपीएस अफसर अरुण मोहन जोशी एक बार फिर सुर्खियों में है। जिसकी वजह उनके देश के सबसे कम उम्र (40 साल) के आईजी बनना हैं। बता दें कि 2006 बैच में अरुण मात्र 23 साल में आईपीएस बने थे। अब 40 साल में आईजी बनकर उन्होंने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उनके इस कर्तिमान ने प्रदेश को गौरावान्वित किया है।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के चकराता निवासी अरुण मोहन जोशी ने 2006 के बाद सबसे कम आयु में आईपीएस बनने का रिकॉर्ड अन्य कई युवाओं ने अपने नाम किया है। उनकी प्राथमिक शिक्षा देहरादून और हरिद्वार से हुई है। जिसके बाद उन्होंने आईआईटी रुड़की में इंजीनियरिंग के लिए दाखिला लिया। लेकिन उनका तेज़ दिमाग, देश की सेवा करने का जज़्बा और कुछ अलग कर दिखाने की ललक ने उन्हें 2006 में आईपीएस बना दिया। वह देहरादून के एसएसपी भी रहें। सितंबर 2019 में आईपएस अरुण महन जोशी ने बतौर एसएसपी कार्यभार संभाला था।
कोरोना काल के समय देहरादून से उनके निष्पक्ष ड्यूटी करने की वीडियो आज भी वायरल हैं। उनके काम करने के ढंग और प्रभावशाली व्यक्तित्व को देखते हुए हाल ही में 22 दिसंबर, 2023 को उत्तराखंड सचिवालय में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की डीपीसी संपन्न हुई। जिसमें उन्हें आईजी पद के लिए पदोन्नति प्रदान करने का निर्णय लिया गया। जिसके बाद अरुण की पदोन्नति हुई और अब वो आईजी पद ग्रहण कर चुके हैं। सीएम धामी ने उनके कांधे पर बैच लगा उन्हें बधाई दी है।