मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल मैदान में आयोजित स्टेट हैंडलूम एक्सपो में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एक्सपो में लगे विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण कर शिल्पियों, बुनकरों एवं लघु उद्यमियों को प्रोत्साहित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दस लोगों को उत्तराखण्ड शिल्प रत्न पुरस्कार भी प्रदान किए। इसके तहत ₹1 लाख की धनराशि, प्रशस्ति पत्र एवं अंग वस्त्र दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टेट हैंडलूम एक्सपो अपने-आप में विशिष्ट है और इसका स्वरूप एक मेले जैसा है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के स्टेट हैंडलूम एक्सपो के माध्यम से व्यापारियों, कलाकारों, कारीगरों आदि को अपने अनुभवों को साझा करने में भी सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि राज्य में 4 लाख 22 हजार परिवारों को संगठित कर 56 हजार 362 समूह तथा 5 हजार 718 ग्राम संगठन तैयार किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे अपने वस्त्रों की विशिष्ट पहचान है हमारे डिजाइनों की बहुत मांग है और यह मांग देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां की टोपी को आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने जब से पहना है वो पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे हैंडलूम में यहां के प्रतीक चिन्ह एवं संस्कृति के समावेश किए जाएं तो यह निश्चित ही देश-दुनिया में लोकप्रियता और पहचान दिलाएगा। उन्होंने कहा कि हाल में ही उत्तराखण्ड ने राज्य में उत्पादित व निर्मित 9 हस्तशिल्प उत्पादों को जीआई टैग मिला है। उन्होंने कहा कि “राज्य सरकार प्रधानमंत्री के मंत्र ‘वोकल फॉर लोकल, लोकल फॉर ग्लोबल थीम’ के अर्न्तगत राज्य के जैविक उत्पाद एवं परम्परागत शिल्प उत्पादों के विकास एवं विपणन के लिए निरंतर प्रयासरत है”।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी जब लगभग दो वर्ष पहले वाइब्रेंट विलेज के तहत माणा प्रवास पर आए थे तब उनके द्वारा उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों के लिए ब्रांड बनाने का सुझाव दिया गया था। उस पर अमल करते हुए हमारी सरकार ने हाउस ऑफ हिमालयाज नाम से अम्ब्रेला ब्रांड शुरू किया है। इस अवसर पर विधायक राजपुर रोड खजान दास, राज्य स्तरीय महिला उद्यमी परिषद की उपाध्यक्ष विनोद उनियाल , सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय आदि उपस्थित रहे।